tag:blogger.com,1999:blog-4258645416337332836.post3661443270673250024..comments2023-09-13T05:09:15.136-07:00Comments on जय बाबा बनारस ...पुरविया.: सावन के अंधे को हरा ही हरा नज़र आता हैAnonymoushttp://www.blogger.com/profile/07499570337873604719noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-4258645416337332836.post-40701172757310023522011-09-18T06:27:07.558-07:002011-09-18T06:27:07.558-07:00आँख मूँदकर कुछ करना, चाहे वो हाँ में हाँ मिलाना ह...आँख मूँदकर कुछ करना, चाहे वो हाँ में हाँ मिलाना हो या फ़िर आदतन विरोध करना, वक्त की रफ़्तार को रोक देता है। आलोचनायें कमियों को दूर करने का सुंदर हथियार है, अगर कोई माने तो। <br />बकिया आप के पास तो बाबाजी जैसे उस्ताद का सान्निध्य है ही, <br />जय बाबा बनारस।संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4258645416337332836.post-6704480780678039462011-09-18T05:43:18.505-07:002011-09-18T05:43:18.505-07:00चाहत है मेरे मन में भी ,हास लिखू श्रृंगार लिखू
गीत...चाहत है मेरे मन में भी ,हास लिखू श्रृंगार लिखू<br />गीत लिखू मै सदा गुलाबी,कभी नहीं मै खार लिखू<br />पर जब दुश्मन ललकारे तो कैसे ना ललकार लिखू?<br />अपने देश के गद्दारों को कैसे ना गद्दार लिखू<br />हमें बाटकर खोद रहे जो जाति धरम की खाई हैं<br />खुलेआम मै कहता हूँ वो नेता नहीं कसाई हैं<br />जो आपस में हमको बाटें उनका शीश उतारेंगे<br />ऐसे नेताओं को हम चुन-चुन कर गोली मारेंगे<br />मत भारती के दामन पर दाग नहीं लगने देंगे<br />अपने घर में हम मज़हब की आग नहीं लगने देंगे<br />हमने तो गुरूद्वारे में भी जाकर शीश झुकाया है<br />बाईबल और कुरान को भी गीता का मान दिलाया है<br />हम ख्वाजा जी की मजार पर चादर सदा चढाते हैं<br />मुस्लिम पिट्ठू वैष्णो देवी के दर्शन करवाते हैं<br />किन्तु यहाँ एक दृश्य देखकर मेरी छाती फटती है<br />पाक जीतता है क्रिकेट में यहाँ मिठाई बटती है<br />उन लोगों से यही निवेदन,वो ये हरकत छोड़ दें<br />वरना आज और इसी वक़्त वो मेरा भारत छोड़Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/05965600283693725127noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4258645416337332836.post-26970491823671278612011-09-16T23:55:02.440-07:002011-09-16T23:55:02.440-07:00अगर गाँधी जी ने ऐसा सोचा होता तो हम आज़ाद ना होते
र...अगर गाँधी जी ने ऐसा सोचा होता तो हम आज़ाद ना होते<br />राज राम मोहन रॉय ने भी ऐसे ही सोचा होता तो सती प्रथा चल ही रही होती<br /><br />सावन के अंधे नहीं हैं वो सब जो बदलाव की बात करते हैं<br />हाँ वो लोग जरुर डरपोक हैं जो हर बदलाव की बात पर डर जाते हैंरचनाhttps://www.blogger.com/profile/03821156352572929481noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4258645416337332836.post-69833994177891962342011-09-16T22:34:21.035-07:002011-09-16T22:34:21.035-07:00जय बाबा बनारस ..जय बाबा बनारस ..दीपक बाबाhttps://www.blogger.com/profile/14225710037311600528noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4258645416337332836.post-68510764754597110272011-09-16T10:13:57.868-07:002011-09-16T10:13:57.868-07:00सच कहा आपने।सच कहा आपने।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4258645416337332836.post-10455163768713770272011-09-15T23:09:04.054-07:002011-09-15T23:09:04.054-07:00badhiya post.badhiya post.arvindhttps://www.blogger.com/profile/15562030349519088493noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4258645416337332836.post-14934459262105449052011-09-15T22:31:40.415-07:002011-09-15T22:31:40.415-07:00बिलकुल सही लिखा है आपने| धन्यवाद|बिलकुल सही लिखा है आपने| धन्यवाद|Patali-The-Villagehttps://www.blogger.com/profile/08855726404095683355noreply@blogger.com