विशुद्ध कश्मीरी ब्राह्मण परिवार में जन्मी पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने जीवन साथी चुनने के लिए पहली बार जाति बंधन को दरकिनार किया था। इस निर्णय से वह नेहरूपरिवार में अंतरजातीय विवाह करने वाली पहली शख्सियत हुई थीं। फिर तो इस परिवार ने वैवाहिक बंधन में बंधने के लिए देश की भौगोलिक सीमा को भी लांघ दिया। ऐसा किया इंदिरा के बडे़ पुत्र व पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने इटली मूल की सोनिया से शादी कर।
पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के पति फिरोज गांधी (भड़ौच) दक्षिण गुजरात के मूल निवासी और पारसी थे। उनके पिता जहांगीर फरेदून मुंबई में रहते थे। इंदिरा व फिरोज परिणय बंधन वर्ष 1942 में 26 मार्च को आनंद भवन (इलाहाबाद) में हुआ था। उल्लेखनीय है कि इस विवाह से पंडित जवाहर लाल नेहरू सहमत नहीं थे लेकिन ंउनको महात्मा गांधी के निर्देश पर दामाद फिरोज को अपनाना पड़ा। शादी के बाद इंदिरा व फिरोज के नाम के आगे गांधी सहज नहीं बल्कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के निर्देश पर जुड़ा। इनके दोनों बेटों राजीव व संजय ने माता-पिता का अनुसरण किया। राजीव की शादी वर्ष 1968 में इटली के लुसियाना वेनेचो शहर के एक ईसाई परिवार में जन्मी-पली सोनिया से तो संजय की वर्ष 1974 में 23 सितंबर को मेनका से हुई। मेनका का जन्म सिख परिवार में हुआ। उनके पिता लेफ्टिनेंट कर्नल त्रिलोचन सिंह आनंद व मां अमरदीप कौर आनंद थीं। इंदिरा-फिरोज की तीसरी पीढ़ी ने भी आगे वालों के दिखाये रास्ते को ही अपनाया। इस पीढ़ी की पहली संतान प्रियंका ने वर्ष में राबर्ट वढेरा से शादी की। राबर्ट के पिता जिंदी वढेरा थे तो सिंधी लेकिन उन्होंने ईसाई मूल की महिला से विवाह किया। जिंदी मूलत: रहने वाले मुरादाबाद के थे लेकिन बाद में वह दिल्ली में बसे। उनके बड़े भाई ओपी वढेरा अब भी मुरादाबाद में हैं। प्रियंका की पीढ़ी में दूसरा अंतरजातीय विवाह रचाने जा रहे हैं चचेरे भाई वरुण। हालांकि वरुण ने जिस यामिनी राय चौधरी को जीवन संगिनी चुना है वह बंगाली ब्राह्मण हैं। इस तरह वरुण ने अपनी पितामही, ताऊ, पिता व चचेरी बहन से कुछ अलग किया है। उनका यह चयन नेहरू परिवार में जवाहर लाल नेहरू के बाद किसी ब्राह्मण से पहली शादी होगी।
Bahut badiya jaankari.... dheere dheere hi sahi jyon jyon shiksha aur jeewan star mein sudhar hoga yah jaati bandhan khatm hota chala jaayega...
ReplyDeleteबहुत सुन्दर जानकारी..आभार
ReplyDeleteआप कह्ते हे विशुद्ध कश्मीरी ब्राह्मण ? लेकिन हम ने तो पढा हे कि यह मुस्लिम परिवार से थी.... ओर इतिहास भी यही कहता हे
ReplyDeletesahi kaha sir aapne
ReplyDeletebahut jankarparak alekh ,abhar
ReplyDeleteज्ञानपरक आलेख।
ReplyDeleteab samajh aya gandhi pariwaar antarraashtriy है ....
ReplyDeletetabhi desh ki samasyaaon ki bajay vishv ki chinta rahti है .....
Aapki jaankaari bahut khoji है ..
bahut se krantikari kadam uthaye is parivar ne...
ReplyDeleteबहुत खूब ...यह विस्तृत परिचय अच्छा लगा ! शुभकामनायें कौशल भाई !
ReplyDeleteयुगल प्रसन्न रहे।
ReplyDeleteआच्छा शादी चिट्ठा तैयार किया आपने ।
ReplyDeleteअच्छी जानकारी के लिए धन्यवाद !
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