Thursday, June 19, 2014

धर्म हिंसा तथैव च: ।। धर्म एव हतो हंति धर्मो रक्षति रक्षित:।।

।। अहिंसा परमो धर्मः धर्म हिंसा तथैव च: ।। धर्म एव हतो हंति धर्मो रक्षति रक्षित:।।









jai baba banaras...