Saturday, March 31, 2012

अभी मैं व्यस्त हु बाद मैं मिलेंगे



एक लड़के ने मरने से पहले दो मेसेज किये पहला मेसेज अपनी गर्ल फ्रेंड को और दूसरा अपने मित्र को


की मैं जा रहा हु जवाब जल्द दे 
१.पहला जवाब गर्ल फ्रेंड का आया अभी मैं व्यस्त हु बाद मैं मिलेंगे ..यह जवाब पढ़ कर लड़के को बहुत दर्द हुआ ..
२.दूसरा जवाब दोस्त का आया अबे कहा जा रहा रुक अकेले अकेले थोडा रुक मैं भी आ रहा हु ..
 दूसरा जवाब पढ़ कर लड़का मुस-करा कर बोला की आज फिर प्यार दोस्त से हार गया ..
लड़का जान गया कि मित्रता प्यार से बढ़ कर है..



आप कि क्या कहना है...


जय बाबा बनारस...

Wednesday, March 28, 2012

मौका सबको मिलता है

मौका सबको मिलता है बिलकुल सत्य है कल तक शासक पार्टी के लोग सब को अराजक  और गुंडा कह रहे थे 

तब सब  कुछ  ठीक  था आज किसी और ने उनके लिए बोल दिया तो संसद और  सांसद दोनों का अपमान हो गया एक कश्मीरी कह रहा था की हम तो जनता  की सेवा करने आते है गाली खाने नहीं जनता  के पैसे पर 
एश करते  है इतना ही बुरा लग रहा है तो सांसद का .इस्तीफा दे दे ...किस लिए जेड सुरक्षा,  जनता के लूटे हुए 
पैसे की सुरक्षा के लिए ,डर लगता है जनता से ...जनता अगर ...तब किया होगा ....



मौका सबको मिलता है

जय बाबा बनारस....

Tuesday, March 20, 2012

एक मगरूर...एक मजबूर...

जनता को की दे दो यह सब जनता का है ...बजट आ गया ..तभी एक चर्चित लाइन याद आ गयी

वक़्त मेरी जिन्दगी मैं दो ही गुजरे है कठिन एक तेरे आने से पहले एक तेरे जाने के बाद

जब तक बजट नहीं आया था बजट का इन्तिज़ार था और जब आ गया तो बजट को कैसे ......

१.एक मगरूर ...एक मगरूर शासक पार्टी ..जो की अपना ही फ़ायदा देखती है

२.एक मजबूर...एक मजबूर परधान मंत्री..पता नहीं कौन सी मजबूरी है की कुर्सी चिपक गयी है

३.एक मजबूत ...एक मजबूत जनता जनार्दन ....सरकार कुछ करे कुछ नहीं कहना है ...a

सरकार कुछ करे कुछ नहीं कहना सरकारी लोग अपना बजट बनाते है जनता का नहीं ..

अगर जनता के हिसाब से बजट बन गया तो फिर वह सरकार से पता नहीं क्या क्या.....

जय बाबा बनारस...

Tuesday, March 13, 2012

संबंधो का हिसाब किताब

संबंधो का हिसाब किताब बात आप लोगो को कुछ अजीब सी लगी होगी की यह क्या कुछ नया चलन शुरू हो गया है भाई अपनी समझ से बाहर है एक सत्य बात है की आज कल लोग अपनों को तो संभाल नहीं पाते बाहर वालो को क्या संभाले गे ....मैं उसके यहाँ कई बार गया वो मेरे यहाँ एक बार नहीं आया ...नहीं आया तो नाही आया ..
.कुछ लोगो की आदत है कि कुछ ऐसा करो कि चर्चा मैं बने रहो

आज कल सम्बन्ध हर आदमी  नहीं बना सकता है बना लेता है तो निभा नहीं सकता है यह जीवन कि एक कड़वा  सच  है .  और आभासी  दुनिया के सम्बन्ध ......

जैसा कि कल राखी सावंत ने  संसद मैं अचानक पहुच कर किया ...

जय बाबा बनारस...

Thursday, March 8, 2012

भंग की तरंग

भंग की तरंग मैं आप सभी को सपरिवार मित्रो सहित होली की बहुत बहुत शुभ हो....बम भोले की ...
भंग की तरंग मैं अपना कुछ अलग ही आनंद होता है और तरंग तो किसी  की हो ......



जय बाबा बनारस...

Thursday, March 1, 2012

बन्दरों का सामना करो ।

एक बार स्वामिविवेकानन्द काशी के गंगा घाट पर विचरण कर रहे थे ।
 अचानक एक बन्दर उनकी ओर आय और उन्हें दौडाने लगा । 
वह भी घबराकर भागने लगे ।
 उन्होंने देखा कि पहले मात्र एक बन्दर था, पर उनकी संख्या निरन्तर बढती जा रही है । 
वहीं पर एक बूढा साधु बैठा था । उसने स्वामिविवेकानन्द से कहा- ए!! रुक जाओ वहीं पर और बन्दरों का सामना करो ।
 उन्होंने वैसा ही किया और आश्चर्यजनक रूप से सभी बन्दर भाग गये ।
 उस साधु से उन्हें यही शिक्षा प्राप्त हुई कि समस्याओं से जितना भागोगे, उतनी ही बढेंगीं और सामना करने पर समाप्त हो जाएंगी 
 जय बाबा बनारस...