Tuesday, July 20, 2010

आज का उवाच शीला जी मैं कोइए ज्योत्षी नहीं हूँ

आज का मौसम बहुत ही मस्त मस्त है .काम मैं मन लग रहा है सूचा कुछ मौसम का ही हाल लिख दू लकिन य मीडिया वाला मानव कुछ न कुछ सरकार का राग अलापता रहता है आखिर मैं शीला जी को कहना ही पढ़ा मैं कोइए ज्योत्षी नहीं हूँ जब एक देश का चीफ मिनिस्टर ऐसा बयान है to बाकी प्रदेश की जनता का इस पानी मैं किया हाल हूगा जनता पानी मैं डूब कर मर जैया मैं तू साशन ऐसा ही करूंगी बिना प्रोटोकाल का एक दिन शीलाजी डेल्ही शहर की आम जनता बन कर घुमा तू पता लगा की जनता मैं कितना सरकार के liya प्यार है-------------------------------------------------------------------------------

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