Saturday, July 31, 2010

अमीर दलितों को अपनी सम्पति को अपना दलितों kai बीच मैं बात कर एक मिसाल कायम करनी chaihya

एक dalit bhai बहुत जोर जोर साईं आज कल ब्लॉग पर मंदी की सम्पति और उच्च कुल का लोगो की सम्पति का बटवारा दलितों के बीच करना को कहता है .प्रथम dalit पक्ति के लोग अपनी संपत्ति का बटवारा अपना dalit परिवार मैं बात कर एक मिसाल कायम कर dalit के बीच विस्वाश कायम करना का जज्बा दिखैया
एक dalit की टिप्पड़ी एक ब्लॉग पर इस प्रकार है
हमारेदेश में 10 लाख मंदिर हैं। उनमें अरबों खरबों का सोना चांदी, हीरे मोती और भूमि आदि खराब पड़ी सड़ रही है। संत माया को छोड़ना सिखाते हैं , नर में नारायण देखना बताते हैं, इसलिये सबसे पहले मंदिरों का सोना सम्पत्ति गरीबों में बांट देनी चाहिये। बाबरी मस्जिद अब दोबारा वहां बनेगी नहीं और ज्यादा रौला मचाओगे तो दूसरी बनी हुई भी तोड़ दी जायेंगी। मुसलमान जिनसे उलझ रहे हैं वे पूरी हड़प्पा सभ्यता को नष्ट करके द्रविड़ों को ऐसा दास बनाकर सदियों रख चुके हैं कि वे अपनी ब्राहुई भाषा तक भूल चुके हैं। हम अतीत के दलित हैं और मुसलमान वर्तमान के । दोनों एकसाथ हैं इसीलिये आज एक दलित सी. एम. है। न्याय के लिये समान बिन्दुओं पर सहमति समय की मांग है। अगर आपके लीडर दगाबाज हैं तो हमारे लीडर को आजमाने में क्या हर्ज है ?
समय कठिन है एक गलत ‘न‘ पूरा भविष्य चैपट कर सकती है। एक दुखी ही दूसरे दुखी का दर्द समझ सकता है। हमें मंदिर मस्जिद से जो न मिला वह हमें बाबा साहब के संघर्ष से मिला इसलिये सारे मुद्दे फिजूल लगते हैं केवल बाबा साहब का आह्वान में दम लगता है। यह एक dalit की टिप्पड़ी एक ब्लॉग पर है

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