Monday, August 30, 2010

कटही कुतिया और आज का समाज

कटही कुतिया और आज का समाज क्या बात है लोगो के पास इस तरह का बकवास के लिया बहुत वक़्त है दुनिया मैं क्या हो रहा है उनको इस से मतलब नहीं है,कौन कुत्ता है और कौन कुतिया है यह सब लोग जानता है हम लोग आदिवासी युग मैं नहीं जी रहा है यह सभ्या समाज की भाषा है कटही कुतिया इसका मतलब क्या है कोइए नहीं जानता है जो लोग कतई कुतिया के बार मैं जो कुछ जनता है कमेन्ट दे आखिर कटही कुतिया का मतलब क्या है --------------------

3 comments:

  1. बढ़िया है जी, आपकी ही कमी थी इस दलदल में कूदने के लिए. जिसे देखो वही अपने ब्लोग पर लोगों को खींचने की तिकड़में लगाता रहता है.

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  2. यह क्या हो रहा है?

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  3. छिनाल....... कटही कुतिया....... ये शब्द आज कुछ अजीब से लग रहे है ..

    पर जिस प्रकार इन शब्दों पर आज बहसबाजी हो रही है. हो सकता है कल कि साहितिक शब्दावली में ये शब्द आदर से लिए जाएँ.

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