आज भारतीय मानुष काम नहीं करना चाहता – चाहे वो कोई भी क्षेत्र हो। जिस तब्बके के बच्चे आगे नहीं पढ़ना चाहते सरकार को उनके लिए कुछ वोकेशनल ट्रेनिंग का इंतज़ाम करना चाहिए... ये ठीक है की ये वोकेशनल ट्रेनिंग आज कक्षा दस के बाद है ...... पर इसे आठवी कक्षा के बाद चालू करन चाहिए और इसमें निजी क्षेत्र को भी आगे आना चाहिए.....
क्रांति से पहले अध्यात्मिक क्रांति की आवश्यकता है
मिश्र जी , इ क्रांति को अब छोड़ दीजिए...........
ReplyDeleteइ पता चल गया ........ अब कोनो क्रांति नेई आएगी.......
बस दाल रोटी खा कर गुज़ारा करना होगा...