Wednesday, March 6, 2013

राजा का सर बीस करोड़ का

आज यह सिद्ध हो गया  कि  अलीगढ  मुस्लिम मदरसा जो की आतंकवाद की फैक्ट्री है वहा  के पढ़े लिखे स्टूडेंट आज एक चैनल पर कह रहे थे की राजा भइये के सर के बदले हम बीस करोड़ रूपया देंगे यह आज आज का मुसलमान सेक्युलर कहते है की इन पर विस्वास करो राजा का सर बीस करोड़ का ?///

अलीगढ़ कॉलेज के संस्थापकों और वहाँ से निकले छात्रों के राष्ट्रीयता-विरोधी रवैये से अलीगढ़ प्रतिक्रियावादियों का गढ़ समझा जाने लगा। 1906 ई. में अलीगढ़ के कुछ स्नातकों ने मुसलमानों की आकांक्षाओं को व्यक्त करने के लिए मुस्लिम लीग की स्थापना की। कुछ वर्षों तक मुस्लिम लीग ने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के साथ मिलकर भारत के लिए, शासन-सुधार की माँग की, लेकिन अन्त में, वह घोर साम्प्रदायिक संस्था बन गयी और पाकिस्तान की माँग की। 1946 में उसी माँग के आधार पर भारत का विभाजन हो गया।

चाहे अफजल को फासी हो या कसब को फासी हो या कोइए मुस्लिम  कही भी किसी भी की भी अवस्था  मैं मरा हो इन्होने उसके खिलाफ बोलना  ही है अलीगढ मुस्लिम मदरसे को तत्काल सरकार  को बंद करना चाहिए ...
आज यह सिद्ध हो गया  कि  अलीगढ  मुस्लिम मदरसा जो की आतंकवाद की फैक्ट्री है .

जय बाबा बनारस ....

5 comments:

  1. बधाई हो. ३२ रूपये कमाने वाले इस देश में 'बीस करोड़ी सर' में एक नाम और शुमार हो गया ....

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    1. ek karod kamane wale kol 42800, kog hi hai...is desh main...

      jai baba banaras...

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  2. इस घटना से पहले भी सरों की कीमतें लगाई जा चुकी हैं, प्रशासन तब भी सो रहा था - सो तो जनता भी रही है वरना अपराधियों को अपना नुमायंदा न बनाती।

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    1. sote huye ko to jagaya jaa sakta hai lakin jo jaanboojh kar sarkar sone ka natak kar rahi ho usko kiya aap jaga sakte hai...

      jai baba banaras...

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  3. बर्बर युग तो कभी समाप्त हुआ ही नहीं, लगता तो यही है।

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