Wednesday, April 10, 2013

मौसी सब जानती है

जय - मौसी हमारे राहुल भय्या को ही वोट देना ..
मौसी - देखो बेटा वोट देना है तो कुछ पूछना तो पड़ेगा , कुछ कमाता धमाता है या गरीबो का खाना ही खाता है ..
जय - अरे नहीं नहीं मौसी , जब शादी हो जाएगी तो कमाएगा भी और घर पर ही खायेगा ...
मौसी - मतलब चालीस के ऊपर हो गया है और शादी भी नहीं हुई कोई उसको लड़की नहीं दे रहा है और में उसको अपना कीमती वोट दू ..
... जय - अरे नहीं नहीं मौसी वो क्या है मंद बुद्धि है ना इसलिए भले ही चालीस का हो लेकिन १२-१५ साल के बच्चे जैसा दिमाग है बेचारे का ..
मौसी - मतलब मंद बुद्धि भी है ..
जय - अरे नहीं नहीं मौसी वो क्या है की उसकी 'संगत' , चापलूस लोगो (दिग्गी , खुर्शीद, सिब्बल )के साथ रहता है ना एक बार इनकी संगत छुट गयी तो खुद के दिमाग का उपयोग भी करेगा धीरे धीरे बड़ा हो जायेगा बेचारा ...
मौसी - वा बेटा एक बात माननी पड़ेगी नकारा हो , मंद बुद्धि हो , कुसंगति हो लेकिन तुम्हारे मुहं से उसके खिलाफ एक शब्द नहीं निकल रहा है ... सारी उम्र वोट नहीं दूंगी भले ही कोई मुझे घर से वोट देने के लिए खुद राहुल क्यूँ ना ले जाये ...


जय बाबा बनारस ...

1 comment:

  1. मौसी जानती है, मौसा सब भी जान जायेंगे.


    नव वर्ष, विक्रमी सम्वत 2070 की हार्दिक शुभकामनायें.

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