महात्मा गाँधी जी कहा करते थे कि राष्ट्रभाषा के बिना कोई भी राष्ट्र गूँगा हो जाता है !
देखने में आया है कि आज भी भारत में अधिकतर लोग हिन्दी या क्षेत्रीय भाषाओँ का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं
कोर्ट कचहरी में अधिकतर केस ग़रीब लोगों के होते हैं जो कि अंग्रेजी नहीं जानते ऐसे में उनपर अंग्रेजी थोपना कितना सही है?
क्यों उनको जो वो भाषा जानते-समझते हैं उसी भाषा में उनके केस की कार्रवाई की जाती ?
क्यों अदालती कार्रवाई में भारतीय भाषाओँ का उपयोग नहीं किया जाता?
जय बाबा बनारस .....
देखने में आया है कि आज भी भारत में अधिकतर लोग हिन्दी या क्षेत्रीय भाषाओँ का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं
कोर्ट कचहरी में अधिकतर केस ग़रीब लोगों के होते हैं जो कि अंग्रेजी नहीं जानते ऐसे में उनपर अंग्रेजी थोपना कितना सही है?
क्यों उनको जो वो भाषा जानते-समझते हैं उसी भाषा में उनके केस की कार्रवाई की जाती ?
क्यों अदालती कार्रवाई में भारतीय भाषाओँ का उपयोग नहीं किया जाता?
जय बाबा बनारस .....
भारतीय भाषाओं का प्रयोग बढ़ाया जाये।
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