Thursday, September 12, 2013

अहिंसा परमो धर्मः -धर्म हिंसा तथीव च।

अहिंसा परमो धर्मः - अधुरा है ,इसको पूरा ही जानना होगा और उस पर कर्म करना होगा। पूर्ण है अहिंसा परमो धर्मः -धर्म हिंसा तथीव च। "अहिंसा परम धर्म है परन्तु हिंसा का, धर्म के अनुसार प्रतिकार करना भी उतना ही परम धर्म है "
 देकर अधुरा ज्ञान कहा गए वो महान ....

जय बाबा बनारस ...

1 comment:

  1. रोचक, पर मूल श्लोक तो कुछ और है।

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