क्या आप अपना बच्चो को सरकारी स्कूल मैं पढ़ना चाहते है -----नहीं
क्या आप सरकारी अस्पताल मैं इलग करना चाहते है ----------नहीं
क्या आप सरकारी बस मैं सफ़र करना चाहते है----------------नहीं
क्या आप सरकारी नौकरी करना चाहते है ------हा हा हा हा हा सरकारी नौकरी मैं आराम है काम नहीं .
साहेब जो ज़माने गए ........ जब सरकारी नौकरी में आराम था...... आज या तो काम करो या फिर अफसरों कि चमचागिरी .......... गांधीगिरी मत कर लेना ....... ओनली बटरिंग.... तभी नौकरी चल सकती है.
ReplyDeleteबहुत बढ़िया है ..
ReplyDeleteएक बार इसे जरू पढ़े -
( बाढ़ में याद आये गणेश, अल्लाह और ईशु ....)
http://thodamuskurakardekho.blogspot.com/2010/09/blog-post_10.html