बचपन में जब हम लोग इतिहास पढ़ते थे ,तब हम लोगो नै पढ़ा था कि बाबर एक लुटेरा था जिसने हमारे देश को लूटा,जब बाबर एक लुटेरा था तब यह बाबरी मस्जिद का विवाद कियो है,
इस्लाम में लूटी हुयी चीज हराम है ,फिर यह हो हल्ला कियो है ,
यह तो राम का मंदिर था ,राम का मंदिर है और राम का मंदिर ही रहेगा , jai सिया राम ,
कट्टर मुस्लमान न तो pahle विश्वास के काबिल था न ही आज विश्वास के काबिल है ,
बाबर एक लुटेरा था,आप ithaas नहीं बदल सकते है ,मुग़ल काल में बेटे नै बाप कई साथ भाई नै भाई के साथ गद्दारी कि थी ,इतिहास गवाह है ,
कौशल जी, आज मसला बाबर का नहीं है - और जो लोग इस नाम का उल्लेख कर रहे हैं - वो गलत हैं. कोई भी जागृत राष्ट्र अपनी गुलामी के चिन्हों को नहीं सजो सकता ये उतना ही सत्य है जितना कि ३००० हज़ार मंदिर - जो तोड़ कर मस्जिद बना दिए गए.
ReplyDeleteआज भारत में अगर इस्लाम है तो वो मात्र हिंदुओं के दब्बूपन कि वज़ह से है - हिंदू भाई ही तलवार कि नौक पर मुसलमान बने और इन्ही के पूजा स्थलों को - मस्जिदों में बदला गया - सब कुछ तलवार कि नौक पर हुवा.
आज के मुस्लिम परिवार अगर ३-४ पीडी पीछे की और अवलोकन करें तो उन्हें पता चलेगा कि उनके पूर्वज हिंदू ही थे. - और ये जो आलिशान मस्जिदें तामीर कि गई हैं - ये उनके पूर्वजों के उपास्थना स्थल थे - ये बात ये जानते हैं.
कहते हैं - जगाया तो उसे जाए जो सोया है. और जो सोने का नाटक ही कर रहा है - उसे कौन जगायेगा.
बहरहाल, हम लोग तथाकतिथ धर्मनिरपेक्ष देश के शर्मनिरपेक्ष नागरिक हैं - जो भी वो लेकिन शर्म और डर के मारे मुहं नहीं खोलते.
jab babar aur auranjab mandir tod kar masjid banai ja rahi thee tab musalman chup kiyu thaa.
ReplyDeleteaaj unco mandir hinduio ko saup dena chahiya.
kadawi baat hai bilkul kadwai dawai ki tarah.
ReplyDeletedawa kadwi ho to koie baat nahi.
ReplyDeletelakin dil main kadawahat nahi honi chahiya .
कल नीर छीर विभाजन हो ही जायेगा।
ReplyDeletebas tareekh par ,tareekh par tareekh par tareek,pichele saath saal sai yahi hoo rahe hai,
ReplyDeleteBreaking Mosque and converting into temple will only lead our nation to anarchy. I agree Babur entered our country for prowling wealth from this nation. And I agree they have destroyed many Temples and replaced it with Mosques. But now the time has completely changed which was prevailing during Mughal and British dynasty. We are living in under the umbrella of democracy now. History shouldn’t be altered with. One shouldn’t play with the past, if one does it will create havoc our present and as well as our future. Yesterday is “history”, tomorrow is a “mystery”, but today is a gift. That is why it is called the “present”. Let’s make our present good so that our future of our nation shines.
ReplyDeleteभाईयो फैसला हो गया है। इतना तय है कि मंदिर के स्थान पर मंदिर बनेगा। बगल मेें मस्जिद बन जाती हो तो फिक्र नहीं करना। जब तक दुनिया रहेगी तब तक मंदिर मस्जिद दोनों रहेंगे। और जब जब कोई मुस्लिम मंदिर के साथ मस्जिद देखेगा तो उसे अपनी गलती और हार का अहसास होता रहेगा।
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