टिप्पड़ी का मायाजाळ एक बहुत ही सुंदर माया जाळ ब्लोग्गेर्स के लिया है
लोग बहु बहुत आच्छा लिखेते है लकिन उनो कोइए एक टिप्पड़ी नहीं देता है
जबकि एक आच्छे लिखें के लिया टिप्पड्डी का मिलना जरुरी है
टिप्पड्डी का आना अप की कलम की धार को पेना करता है
आप को सही और गलत का पता चलता है
लोग टिप्पड्डी के द्वारा बहुत कुछ कहते है जैसे
1.sabr karo sabr karo
sabr badi chiz hay
aaj raat me chand dekho
kal subah me idd hay।
2.एक पेग अंदर
राम लाल सिकंदर
बाकी सब बंदर!
3. हम तो इमोशनल होके लिख दिया...... अब काहे भाई सरे बाजार चर्चा कर रहे हो।
४.जापान के बारे में एक कहाँ प्रसिद्ध है:स्वामी विवेकानंद जी एक बार ट्रेन से जापान में यात्रा कर रहे थे. समय बिताने के लिए एक जापानी बालक से पूछने लगे - बेटा, बताओ तुम्हारे आराध्य देव कौन है - बालक बोला : भगवान बुद्ध. स्वामी बोले अगर में भगवान बुद्ध को गाली दू तो. बालक ने कहा में आपको मार डालूँगा. इसपर स्वामी जी ने कहा अगर भारत आपके देश पर चडाई कर दे और उसका सेनापति भगवान बुद्ध हो तो. तो उस बालक का जवाब चोकाने वाला था - वो बोला - अगर बुद्ध मेरे देश पर हमला कर दे तो में भगवान बुद्ध को मार डालूँगा........स्वामी जी आश्चर्य से देखते रहे उस बालक को. और ऐसी जापानी देशभकि तो उन्होंने प्रणाम किया.
५।क्या हम भारत वासी जापानी लोगो से कुछ सीख सकते है?हाँ! देशभक्ति....जापानी लोग अपनी देशभक्ति के लिए भी बहुत फेमस हैं....
६।जिन्दगी में रोटी ही सब कुछ नहीं होती !!
७।मैं पहले भी कह चुका हूं इस तरह की कालजयी पोस्ट देते रहने की वजह से ब्लॉग जगत में आपका बहुत ऊंचा मकाम रिज़र्व है...और फिर तो पुरस्कार ही पुरस्कार, पुरस्कार ही पुरस्कार...जय हिंद...
जब आप कुछ नहीं लिखेते है तब आप की आलोचना भी एक अलग तरह से होती है
जब आप कुछ आच्छा लिखेते है तब आप को कोइए तिप्पाद्दी नहीं देना चाहते है ।
आज के लिया इतना ही आप की आलोचना -------------
आपने अपनी पोस्ट में इतनी सारी मात्राओं की गलतियाँ जानबूझ कर करीं है (?) या आप चाहते है की कोई आपका इस ओर ध्यान आकर्षण करें (और) इस तरह एक टिपण्णी भी जुड़ जाए (?) या आप इसे आलोचना मानतें है ? या आप इस विषय कुछ ओर कहना चाहेंगे ? या कुछ नहीं कहना चाहेंगे ? या .... ?
ReplyDeleteटिप्पड़ी का मायाजाळ एक बहुत ही सुंदर माया जाळ ब्लोग्गेर्स के लिया है
ReplyDeleteलोग बहु बहुत आच्छा लिखेते है
....आपसे बिलकुल सहमत हूँ |
अच्छॆ को सभी अच्छा मानते हैं रही बात टिप्पणीयों की सो कुछ कहा नही जा सकता।;)
ReplyDeleteलो जी हम भी इस मायाजाल का एक हिस्सा ही तो हैं। हमे तो अच्छा लगता है ये मायाजाल। शुभकामनायें आप खूब लिखिये टिप्पणियाँ भी आयेंगी। अभी तो शुरूआत है।
ReplyDeleteहमें भी इस मायाजाल में शामिल कीजिए........
ReplyDeleteबेहतरीन पोस्ट .आभार !
ReplyDeleteमहाष्टमी की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं !!
Sir,tippani himmat badhane ka dam kham rakhti hay isse kisi ko inkar nahi hona chahiye...aapke kathan se sabhi blloger sahmat honge mujhe pura aasha hay..aapka mai abhar manunga ki aapke is post par mere ek tippani ko jagah mila..kahte hayn na ham chhote chhote MUNSHI PREMCHANDRA post par tippani paakar aur tippani par post paakar apne ko dhanya mahsus karne se nahi chukte.
ReplyDelete