अभी दीपक बाबा की पोस्ट पर इस जुमले पर नज़र पड़ी........ पता नहीं कहाँ की बात उन्होंने कहाँ खत्म की...... लेकिन अंत में एक विचारनिए बात कह गए.
आज हमारे देश में कुशल कामगारों की बहुत आवश्यकता है....... ये ठीक है कि सरकार ने प्राथमिक शिक्षा अनिवार्य कर दी है पर ये अर्ध शिक्षित व्यक्ति तो दंग के अर्ध कुशल मजदूर भी नहीं रहे......
प्लंबर बुला लो या फिर बिजली वाला.......... सही कारीगर नहीं मिलते. ये कारीगर जो की किसी भी उद्योग के जरूरी अंग होते हैं... इनके बिना कोई भी मशीन बेकार है जब तक चलाने वाले नहीं.
आज भारतीय मानुष काम नहीं करना चाहता – चाहे वो कोई भी क्षेत्र हो. जिस तब्बके के बच्चे आगे नहीं पढ़ना चाहते सरकार को उनके लिए कुछ वोकेशनल ट्रेनिंग का इंतज़ाम करना चाहिए... ये ठीक है की ये वोकेशनल ट्रेनिंग आज कक्षा दस के बाद है ...... पर इसे आठवी कक्षा के बाद चालू करन चाहिए और इसमें निजी क्षेत्र को भी आगे आना चाहिए.....
मिश्र जी, मेरी पोस्ट को आगे बढाया....
ReplyDeleteआभार........
“दीपक बाबा की बक बक”
क्रांति.......... हर क्षेत्र में.....
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deepak ji aap ki baat koie nahi sunta hai.
ReplyDeleteabhi kathi kutia likh do bahut logo ka agman hoga
ठीक कहा कुशलता हर क्षेत्र में ज़रूरी है।
ReplyDeleteaaj kal har field main specialist hai.
ReplyDeleteकौशल किशोर जी आजकल सभी ट्रेनिंग फेल है अगर आपने बेईमानी और भ्रष्टाचार की ट्रेनिंग नहीं ली क्योकि इसके बिना आपका सारा ज्ञान व्यर्थ जायेगा क्योकि इस देश की स्वयंभू महारानी है सोनिया गाँधी और भ्रष्टाचार उसकी कुर्सी ...न जाने इस देश और समाज को ऐसे महिला के डंश को कब तक सहना परेगा ...
ReplyDeleteबहुत अच्छे मिश्रा जी। बाबाजी की बात को और बल दिया है आपने। गागर में सागर भर देते हो आप।
ReplyDeleteबहुत अच्छी पोस्ट।
बिलकुल सहमत हूँ मिश्र जी !
ReplyDeleteशुभकामनायें