Friday, May 20, 2011

कुछ जीवंत शब्द.....

प्रगति ,तरक्की ,उन्नत्ति, प्यार, हर्ष,उल्लास, खुशी,खुशहाल,खुशहाली,शादी, लगन, विवाह, जन्म, जन्मदिन, हँसना, हँसाना, मुस्कराना, मुस्कराहट, सफलता, प्रेरणा, अधिक, मिलन, आना, सुंदर, सुन्दरता, जिंदगी, जिंदादिल, दिल्लग्गी, दिल, दीवाना, मस्ताना, मस्ती, घर, परिवार, सफल, छुट्टी, आराम, अपनापन, दोस्ती, गाँव - नदी किनारे की शाम, पुरूस्कार, इनाम...

कितने सुंदर शब्द है.... एक दम जीवंत .... जीवन्तता प्रदान करने वाले, जीवन दायक... एक प्रकाश पुंज की माफिक दूर से ही राही को आस बंधाता दिया....  या फिर सफलता की और दो कदम और चलना हो गया. कुछ ऐसा ही न. कई बार ये शब्द पड़े - पर आज ध्यान दिया  तो लगा ये शब्द टोनिक का काम करते है. ... श्याद आपको भी लगेगा...

ऐसे शब्दों से व्यक्तित्व में निखार आ जाता है...... इंसान अंदरूनी रूप से मुखर हो उठता है.... और चेहरे पर एक लालिमा लिए प्रसन्ता झलक उठती है.... गौर कीजिएगा


जय बाबा बनारस......................

3 comments:

  1. शब्दों में अपने अस्तित्व की ऊर्जा होती है।

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  2. लेट हो गया बाबा बनारस मगर दूसरा नंबर मेरा ही है..
    ये शब्द बहुत उर्जायुक्त होते हैं अगर इनका सकारात्मक रूप से विश्लेषण कर धनात्मक उर्जा के रूप में उपयोग करे..
    जय श्री राम..

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