सावधान कृप्या इस जगह से दूर रहे
यहाँ पर गड्ढा है .....
यहाँ पर बिजली का ११००० करंट है यहाँ से दूर रहे ...
सावधान यहाँ पर गन्दगी है ......नाक पर रुमाल रखा ले नहीं तो ...........
सावधान आज कल आदमी के दिमाग मैं गन्दगी है
सावधान यहाँ आदमी आज कल अधनंगा घूम रहा है आदमी नंगा नज़र आता है
यही सब तो यह लोग देखना चाहते है
यही सब तो यह लोग देखना चाहते है
जिसको देखो उसी को आदमी की मानसिकता एकदम ..........लग रही है
सावन के अंधे को हरा ही हरा नज़र आता है ,उसी तरह से जो लोग इस तरह की सोच रखते है ,
वो सब के सब कही न कही से इस गन्दगी का हिस्सा है वो सब के सब मन से गंदे है उनके दिमाग मैं गन्दगी भरी है
सावधान कृप्या इस जगह से दूर रहे
जय बाबा बनारस...........
हम तो यहीं के हैं और आपकी वार्निंग की परवाह किये बिना आपके ब्लॉग पर आ ही गए !
ReplyDeleteजय बाबा बनारस !
जय हो।
ReplyDeleteजय बाबा बनारस...........जय बाबा बनारस...........जय बाबा बनारस...........जय बाबा बनारस...........जय बाबा बनारस...........जय बाबा बनारस...........जय बाबा बनारस...........जय बाबा बनारस...........जय बाबा बनारस...........जय बाबा बनारस...........जय बाबा बनारस...........जय बाबा बनारस...........जय बाबा बनारस...........जय बाबा बनारस...........जय बाबा बनारस...........जय बाबा बनारस...........जय बाबा बनारस...........जय बाबा बनारस...........जय बाबा बनारस...........जय बाबा बनारस...........जय बाबा बनारस...........जय बाबा बनारस...........
ReplyDeleteसच कहा है आपने. सवाल सोच के बदलने का ही है.
ReplyDelete.जय बाबा बनारस.
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