आज एक पब्लिक प्लेस पर एक बहस कुछ पढ़े लिखे लोगो के बीच चल रही थी
हम अपने एक मित्र के साथ वह पर अचानक पहुच गए चर्चा का विषय कुछ बहुत ही महत्व पूर्ण लग रहा था
कुछ समय तक हम दोनों चुप चाप वह पर लोगो का चर्चा सम्मेलन सुनते रहे लकिन एक बात समझ मैं अभी तक नहीं आयी की उनकी चर्चा सही थी या गलत चर्चा का विषय बहुत ही नाजुक था अपनी समझ मैं कुछ नहीं आया वह से वापस चले आये तब से सोच रहे है उस विषय पर की चर्चा सही है या गलत
चर्चा का विषय था आदमी पहले इंसान है या और कुछ .......
१.मुसलमान पहले मुसलमान है या पहले इंसान .....
२.हिन्दू पहले हिन्दू है या पहले इंसान ........
एक बहुत बड़ी आबादी के मुसलमान कहते है की पहले हम मुसलमान है बाद मैं इंसान ....क्या यह सच है ?
हम लोग पहले इंसान है या पहले हिन्दू या मुसल मान .....
आप के विचार सादर आमंत्रित है...
पहले इंसान, वह भी समझदार।
ReplyDeleteकुछ ही कोमो की वजह से इंसानियत बची हुई है... और वो हिंदुत्व है.
ReplyDeleteइंसान की औलाद पहले इंसान होती है बाद में कुछ और। वैसे यह बात सब समझ लें तो स्वर्ग इसी धरा पर बन जाए।
ReplyDeleteइसी वाहियात सोच की वजह से तो आज हिंदु और मुसलमान है।
ReplyDeleteमुझे लगता है की हिन्दू तो इन्सान ही है पहले..बाकि धर्म नहीं जनता में तो टिपण्णी गलत कही जाएगी..
ReplyDeleteअरे बाबा बनारस की सोच वाहियात है..एहसास जी आप भी जबाब दे देते की पहले इन्सान की........................
बाबा बनारस की जय हो
बड़ा अच्छा लगा आपके ब्लॉग पर आकर, "भारतीय ब्लॉग लेखक मंच" परिवार में आपका स्वागत है. इस साझा मंच में योगदान के लिए हमें मेल भेंजे.. editor.bhadohinews@gmail.com
ReplyDeleteHarr Harr Mahadevvvvvvvvvvvv..
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