तू डाल-डाल, मैं पात-पात..प्लेटफार्म टिकट पांच रुपये का होने के बाद रेलवे और यात्रियों के बीच कुछ इसी तरह की आंखमिचौली चल रही है। रेलवे वाले माथा पीट रहे हैं क्योंकि यात्रियों ने फायदे का रास्ता खोज लिया है। वो भी डबल। पहला फायदा यह कि नजदीकी स्टेशन का साधारण टिकट खरीद रहे हैं, जो महज दो रुपये का है। यानी तीन रुपये की बचत। दूसरा फायदा यह कि सफर के टिकट पर चार लाख का इंश्योरेंस क्लेम भी है। फायदे और भी हैं..
इश्योरेस क्लेम
प्लेटफार्म टिकट लेने वाले शख्स के साथ स्टेशन पर कोई हादसा हो जाए तो उसका मुआवजा नहीं मिलता। दरअसल प्लेटफार्म टिकट इश्योर्ड नहीं होता। वहीं, साधारण टिकट पर ट्रेन का इतजार करते समय कोई हादसा हो जाए तो चार लाख तक का इश्योरेस क्लेम मिल सकता है। ये बात और है कि ज्यादातर यात्रियों को इसकी जानकारी ही नहीं है।
समय की बाध्यता नहीं
साधारण टिकट लेकर ट्रेन का इतजार करने के कई फायद है। इस टिकट पर इतजार की कोई समय सीमा नहीं है। प्लेटफार्म टिकट पर आप तीन घटे से ज्यादा इतजार नहीं सकते।
जय बाबा बनारस.......
आम के आम गुठलियों के भी दाम
ReplyDeleteये तो दूर की कौड़ी लाए हैं आप. मुझे भी नहीं पता था.
ReplyDeleteबढ़िया प्रस्तुति!
ReplyDeleteहेरा फेरी सिखा रहे हो गुरु ...
ReplyDeleteजय बाबा बनारस !
हम भी जूझ रहे हैं।
ReplyDeleteजब तक कम-अक़्लों पर नीति निर्धारण की ज़िम्मेदारी (इसे "अधिकार" पढें) रहेगी ऐसी अनियमिततायें होती रहेंगी।
ReplyDeleteबढ़िया जानकारी ,
ReplyDeleteबम बम भोले