सरकार के लिए मोदी जी ने ज़ी न्यूज़ पर बिलकुल सही कहा अब आप के दिमाग मैं घूम रहा होगा की मोदी जी ने किया कहा आज कल बड़ा हो हल्ला केजरीवाल की बिजली और सरकार के गैस सिलंडर
कोई अपने यहाँ 6 दे रहा जहा पर हाकिम की सरकार है वह पर 9 मिल रहे है जनता बड़ी असमंजस मैं है की इतनी कम से कैसे काम चलेगा अब लोग सर्कार के सब घोटालो को भूल कर गैस के मसले मैं अपना दिमाग लगा रहे है ...
मोदी जी ने कल जी न्यूज़ पर कहा सरकार अगर कुछ देना चाहे तो बहुत आसानी से दे सकती है लकिन यह
सरकार आम जनता को कुछ देना ही नहीं चाहती सिवा लाइन के जनता हमेशा लाइन मैं लगी रहे अगर जनता लाइन मैं रहेगी तो कुछ सोच ही नहीं सकती और सरकार जनता का विकास नहीं केवल अपना विकास चाहती है
गैस की जो मजबूरी है बहुत आसान है इसको दूर करना गैस की लाइन डाल के जिससे गैस भी सस्ती और सब्सिडी भी नहीं ....मोदी सरकार को केंद्र ने गैस लाइन डालने के लिए मना कर दिया कहा की यह केंद्र का काम है राज्य का नहीं गुजरात मैं 300 गाँव मैं गैस लाइन से गैस मिलती है और केंद्र की डेल्ही मैं गैस के अब कितने सिलेन्डर मिलेंगे पता नहीं।।।
जब सब्सिडी नहीं होगी तो गूल्माल कैसे होगा कला बाजारी कैसे होगी ....
जय बाबा बनारस।।।।
कोई अपने यहाँ 6 दे रहा जहा पर हाकिम की सरकार है वह पर 9 मिल रहे है जनता बड़ी असमंजस मैं है की इतनी कम से कैसे काम चलेगा अब लोग सर्कार के सब घोटालो को भूल कर गैस के मसले मैं अपना दिमाग लगा रहे है ...
मोदी जी ने कल जी न्यूज़ पर कहा सरकार अगर कुछ देना चाहे तो बहुत आसानी से दे सकती है लकिन यह
सरकार आम जनता को कुछ देना ही नहीं चाहती सिवा लाइन के जनता हमेशा लाइन मैं लगी रहे अगर जनता लाइन मैं रहेगी तो कुछ सोच ही नहीं सकती और सरकार जनता का विकास नहीं केवल अपना विकास चाहती है
गैस की जो मजबूरी है बहुत आसान है इसको दूर करना गैस की लाइन डाल के जिससे गैस भी सस्ती और सब्सिडी भी नहीं ....मोदी सरकार को केंद्र ने गैस लाइन डालने के लिए मना कर दिया कहा की यह केंद्र का काम है राज्य का नहीं गुजरात मैं 300 गाँव मैं गैस लाइन से गैस मिलती है और केंद्र की डेल्ही मैं गैस के अब कितने सिलेन्डर मिलेंगे पता नहीं।।।
जब सब्सिडी नहीं होगी तो गूल्माल कैसे होगा कला बाजारी कैसे होगी ....
जय बाबा बनारस।।।।
अमं इत्ती मुश्किल से कालाबाजारी के नए नए समीकरण और फ़ार्मूले निकालती है सरकार और ये नरेन्द्र मोदी जैसे उसे पंक्चर कर देते हैं, बैड पीपल।
ReplyDeleteकोई न कोई टंडा चलते रहना चाहिय बस ....यही तो सरकारें चाहती हैं ..जनता की कौन सुनता है ..बहुत बढ़िया
ReplyDelete