Thursday, May 16, 2013

खलनायक सुपरहिट


संजय दत्त का जन्म अपने समय के स्टार एक्टर सुनील दत्त और नर्गिस दत्त के घर 29 जुलाई 1959 को हुआ था। बचपन से वे अपने मां, बाप के बहुत लाडले थें। इनकी पढ़ाई लौरेन्स स्कूल सनावर मे हुई थी। उनकी जिंदगी किसी बिगड़े हुए रईस जादे का ठोकर खाकर संभले हुए व्यक्ति और अनुभव के साथ सुलझे हुए अभिनेता बनने की एक फिल्मी कहानी सी है।
अपने जीवन मे कभी अपनी नाकाम शादियों, कभी नशे की लत तो कभी आतंकवादियों से संबंध और हथियार रखने के आरोप के मामलों की वजह से हमेशा सुर्खियों में रहने के बावजूद संजय ने अपने जीवन मे जबरदस्त वापसी की है। संजय दत्त ने 1972 में चाईल्ड एक्टर के रूप में फिल्म 'रेशमा' और 'शेरा' से फिल्मी करियर की शुरुआत की थी। 1981 में फिल्म 'रॉकी' से करियर की शुरूआत करने वाले संजय दत्त को 1993-1994 में डेढ़ साल जेल में गुजारने पड़े। रॉकी के बाद 'नाम' जैसी इक्का-दुक्का फिल्मों को छोड़कर संजय दत्त को कोई खास कामयाबी नहीं मिली थी लेकिन 1993 में रिलीज हुई खलनायक सुपरहिट रही।
2003 में आई 'मुन्नाभाई एमबीबीएस' ने सफलता के सारे रिकॉर्ड तोड़ डाले और संजय दत्त को नई छवि मिली।
संजय दत्त के जीवन में सबसे ज्यादा संकट हथियार रखने के मामले से ही आयी। 12 मार्च , 1993 के बम धमाकों से पहले मुंबई में सांप्रदायिक दंगे हुए थे। उस दौरान संजय के पिता ने पीड़ित लोगों की बहुत मदद की थी। उसी में कुछ लोगों ने जब सुनील दत्त का विरोध किया, तो पुलिस ने सुनील के घर के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी। उसी दौरान संजय को लगा कि पब्लिक उन्हें कभी भी निशाना बना सकती है। अपना यह डर संजय ने दुबई में डी कंपनी के लोगों से जब शेयर किया, तो मैग्नम म्यूजिक कंपनी के मालिकों समीर हिंगोरा और हनीफ कडावाला के जरिए डी कंपनी ने संजय के घर ये हथियार भिजवाए थे।
ये है संजय दत्त की फैमिली
मालूम हो कि संजय दत्त के तीन बच्चे हैं। पहली पत्नी ऋचा शर्मा से उनकी सबसे बड़ी बेटी त्रिशला है। ऋचा की मस्तिष्क में ट्यूमर से मौत हो गई थी। दत्त के दो जुड़वां बच्चे शाहरान व इकरा हैं। इन्हें उनकी दूसरी पत्नी मान्यता ने जन्म दिया है। दत्त ने 2008 में 52 साल की उम्र में मान्यता से विवाह किया था।
1.Ak 56 रखने वाले हरामखोर को घर का खाना, पंखा और तमाम सहुलियते।
BIKE रखने वाली साध्वी को निर्वस्त्र करके प्रताड़ना।। वाह रे भारत का कानून।
2.मिडिया छाती फाड़ फाड़ कर रो रही है एक हत्यारे के जेल जाने पर।। कभी ये आंसू कश्मीर के हिंदुओं के लिए भी मिडिया दिखाती।।।
गद्दार दलाल मिडिया..
3.संजय दत्त के जेल जाने से मिडिया की हालत उस प्रकार हो गयी है जैसे कोई वैश्या का स्थायी और अमीर ग्राहक चला गया है।
जय बाबा बनारस ....

1 comment:

  1. एक हरामखोर गद्दार के जेल जाने पर इतनी हाय तौबा क्यों

    ReplyDelete