Monday, July 22, 2013

खच्चर और हिनी

जब एक गधे और घोड़ी का प्रेम successful होता है तो खच्चर की पैदावार होती हैं , परंतु वही चाल जब घोड़ा चलता है और गधी को प्रेम जाल में फँसाता है तो हिनी की पैदावार होती हैं । परंतु देखने वाली बात यह है कि खच्चर और हिनी दोनों ही अपने आप को अपने पूर्वजों से superior समझते हैं लेकिन उनका आगे कोई अस्तित्व नहीं हैं । ठीक यही हाल काले अंग्रेजो का हैं । वे भी अपने आप को अपने पूर्वजों से superior समझते हैं । गलती से कोई कहे की तुम्हारे पूर्वज भारतीय थे तो उनको शर्मिन्दगी महसूस होती हैं ।परंतु उनको कैसे समझाया जाए कि इन सब का अंत समय निकट है 

मतलब साफ़ है सेक्युलर कीड़ो का अंत निकट है जिस तरह से बरसाती कीड़े बरसात के बाद ही निकलते है और कुछ समय के बाद तड़फ तड़फ के मर जाते है ...बरसात के बाद उनका कोइए अस्ततित्व नहीं रहता है ....

जय बाबा बनारस....

No comments:

Post a Comment