Monday, August 5, 2013

रोजा -अफ्तार

किसी मुस्लमान या ईसाई को कभी पोस्टरों में भी तिलक लगवा कर
 होली, दीपावली, नवरात्रों आदि को शुभकामनायें देते हुए नही देखा... 
वास्तविक जीवन में तो असम्भव सी बात है l
सेक्युलर कीड़े रोजा -अफ्तार की पार्टी मैं टोपी लगा के क्या कहना चाहते है जो अपने धरम का न हुआ
 जो अपने देश का न हुआ वह क्या होगा यह सब जानते है ...वन्देमातरम

जय बाबा बनारस....

2 comments:

  1. आज हमारे मित्र भी रोज़ा इफ्तियार पार्टी अरेंज कर रहे हैं, आयेइगा... :)

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    1. आने की पूरी पूरी संभावना है अगर आप के मित्र सूअरके मास का बना हुआ कोरमा और बिरयानी के साथ हो....

      हमें सूअर का मास बहुत पसंद है ....

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