अफ्रीका में पहले ईसाई गये और बाद में इस्लाम वहां पर पहुंचा। चर्च और मस्जिद के बीच सर्वश्रेष्ठता व वर्चस्व की जंग ऐसी है जो कब समाप्त होगी यह कहना मुश्किल है। हां, यह सही है कि चर्च जहां राजनीतिक तौर पर लड़ रहा है और कथित सेवाभाव उसकी प्राथमिकता में शामिल हैं वही मस्जिद हिंसक राजनीति, आतंकवाद और घृणा की मानसिकता के हथकंडे से इस्लाम का राज स्थापित करना चाहता है। इस्लाम की हिंसा और मानवता को शर्मशार करने वाली मानसिकताओं से आज यूरोप और अमेरिका खुद हलकान है। जब इस्लाम का दुनिया से सफाया होगा तभी दुनिया में शांति आयेगी और मानवता की रक्षा होगी।
भारत देश मैं पहले मुसलमान आये उसके बाद ईसाई आये in दोनों का मकसद एक ही है कि भारत देश को मुस्लिम देश बना दो या फिर इस डेढ़ का ईसाईं करण कर दे अब भारत देश तो भारत देश है जब तक शांत रहता है शांत रहता है अगर एक बार यहाँ के हिन्दू पिनक गए तब न तो इस देश मैं मुसलमान रहेगा न ही ईसाईं ही रहेगा ...अब हिन्दू कब पिन्केगा यह कोई नहीं जनता है आजकल तो इस देश पर एक कठपुतली का शासन चल रहा है और कठपुतली का खेल दिन और रात नहीं चलता है
जय बाबा बनारस....
भारत देश मैं पहले मुसलमान आये उसके बाद ईसाई आये in दोनों का मकसद एक ही है कि भारत देश को मुस्लिम देश बना दो या फिर इस डेढ़ का ईसाईं करण कर दे अब भारत देश तो भारत देश है जब तक शांत रहता है शांत रहता है अगर एक बार यहाँ के हिन्दू पिनक गए तब न तो इस देश मैं मुसलमान रहेगा न ही ईसाईं ही रहेगा ...अब हिन्दू कब पिन्केगा यह कोई नहीं जनता है आजकल तो इस देश पर एक कठपुतली का शासन चल रहा है और कठपुतली का खेल दिन और रात नहीं चलता है
जय बाबा बनारस....
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