नल की टूटी टपक रही है ,
नल की टूटी टपक रही ,
नल की टूटी टपक रही है ,
हमने कहा क्या बात है
बोली नल की टूटी टपक रही है
आप किसी प्लुम्बेर को बुला कर इसको ठीक करा दे,
हमने कहा करै देंगे इस बात को धीरे धीरे चार माह हो गए
आज भी नल की टूटी टपक रही है ,
सुबह सुबह श्रीमती जी बोली आज नल की टूटी ठीक हो जानी चाहिय
हमने कहा सब ठीक
जब हम प्लुम्बेर को लाकर आये टूटी ठीक हो गयी
फिर हमारा दिमाग नल की टूटी पर गया की आखिर नल की टूटी को ठीक करने में इतना टाइम कियु लगाया
पानी की तो एक एक बूद कीमती है जल ही जीवन है ,जल है तो कल है
पानी की एक बूद अगर लगातार टपकती रहे तो पुरे एक दिन में १५०-लीटर पानी बह जाता है
आओ हम सब मिल कर पानी की एक एक नन्ही सी बूद को बचाए ---
अमृत की एक बूँद ही काफी होती है जीवन के liye
आप के विचार सादर अमन्त्रतित है-------
पानी की तो एक एक बूद कीमती है जल ही जीवन है ,जल है तो कल है
ReplyDelete.....दुनिया का कटु शाश्वत वास्तविक सत्य ..
विजयादशमी की बधाई एवं शुभकामनाएं
ham to ek bund bhi waste nahin karte
ReplyDeleteसच बात है हम बड़ी बातों में जीवन कि छोटी छोटी बातों को अहमियत नहीं देते ...
ReplyDeleteपर ये भूल जाते है कि ये छोटी बाते कितनी बड़ी बन सकती है
ReplyDelete