सुंदर और सुन्दरता हर आदमी अपनी इन सुंदर सुंदर आखो से देखना चाहता है
सुन्दरता का कोइए पैमाना नहीं होता है
सबका अपना अपना अपना पैमाना होता है
लकिन सुन्दरता सबको अच्काच्ची लगती है
एक बार ऋषि अस्तावाक्र की माँ से किसी नै पूछा
की आप को दुनिया में सबसे सुंदर क्या लगता है
उनका जबाब था मेरा बेटा अस्त्त्तावाक्र ( जबकि ऋषि असता विक्रा आठ जगह से टेढ़ा थे )
तन भी सुंदर मन भी सुंदर तुम सुन्दरता की -------
सुंदर और ख़ूबसूरत गीत याद दिला दिया.....
ReplyDeleteतन भी सुंदर....
मन भी सुंदर.
तुम सुंदरता की मूरत हो.
bhai deepak ji hum kiya kare
ReplyDeletejab kuch aaisa waisa likhate hai tab aap hi log
pata nahi aap log kiya kiya jumle dete hai