एक बार फिर शिव त्रिनेत्र को,प्रलय रूप खुल जाने दो एक बार फिर महाकाल बन इन कुत्तों को तो मिटाने दो.. एक बार रघुपति राघव छोड़ , सावरकर को गाने दो... एक बार फिर रामदेव को, दुर्वासा बन जाने दो...
सत्य तभी निखार पर आता है जब उसमे किसी भी किस्म के झूठ की मिलावट न हो |आप लाख सच्चे हों किन्तु यदि आप झूठ और गलत लोगो के सहारे आगे बढ़ेंगे तो आप की गिनती भी उन्ही झूठों लोगों में की जायेगी | जय बाबा बनारस !! जय बाबा रामदेव !!!
एक बार फिर शिव त्रिनेत्र को,प्रलय रूप खुल जाने दो
ReplyDeleteएक बार फिर महाकाल बन इन कुत्तों को तो मिटाने दो..
एक बार रघुपति राघव छोड़ , सावरकर को गाने दो...
एक बार फिर रामदेव को, दुर्वासा बन जाने दो...
"आशुतोष नाथ तिवारी"
एक बार फिर रामदेव को, दुर्वासा बन जाने दो..
ReplyDeletedesh yahi chahate hai ki yeh jo secularo ki jo kayaar fauj hai yeh khatam ho......
jai baba banaras......................
Raajkumar Raajmaata ke Anchal mein munh chhupa kar baitha hai.........
ReplyDeletesatya vachan maharaj.......
ReplyDeleteaur secular ,manvadhikari,wo shyad
yamraj ke pass pahuch gaye...
jai baba banaras.........
सत्य तभी निखार पर आता है जब उसमे किसी भी किस्म के झूठ की मिलावट न हो |आप लाख सच्चे हों किन्तु यदि आप झूठ और गलत लोगो के सहारे आगे बढ़ेंगे तो आप की गिनती भी उन्ही झूठों लोगों में की जायेगी |
ReplyDeleteजय बाबा बनारस !!
जय बाबा रामदेव !!!
सभ्यता डायन बनी है, राज्य है रावण बना
ReplyDeleteक्रूर कौतुक है कि कृष्णा-कान्त दुशासन बना
क्लीव क्यों अर्जुन! खड़ा है? घोर रणचंडी जगा
शत्रु दल के दिल हिलें, टंकार कर गांडीव का
क्रूरता पर कंस की फिर कृष्ण बन कर वार कर
शीश रावण का उड़ा, बेड़ा सिया का पार कर
आज क्यों लंका अधिक प्यारी सिया से है तुझे?
देखता क्या है? पवन सुत! पाप का गढ़ फूँक दे
रोचक
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