जब जब कोई क्रांति हुयी है तब तब खून बहा है बिना खून के क्रांति नहीं होती है यह देश गांधी जैसे लोगो के साथ साथ सुभाष ,भगत ,और आजाद जैसे लोगो के बिना यह देश आजाद नहीं हो सकता था अब देश को अन्ना के साथ साथ और राम देव के साथ कुछ सुभाष ,भगत ,और आजाद जैसे लोगोकी जरुरत है हाथ के बदले हाथ और जान के बदले जान तभी हो सकता है इस देश की जनता का सम्मान नहीं तो यह सरकार नादिरशाह की सरकार है .....
जय बाबा बनारस....
आपकी पोस्ट पर एक गीत याद आ गया
ReplyDeleteहो जाओ तैयार साथियों हो जाओ तैयार..
बंसी फैंको और उठा लो हाथों में तलवार..
हाथों में तलवार.. साथियों हाथों में तलवार..
हो जाओ तैयार साथियों
तूफानी गति रुके नहीं...
शीश कटे पर झुके नहीं...
मांग रहा बलिदान वतन
बंसी फैंको और उठा लो हाथों में तलवार..
वाह क्या नाम दिया है
ReplyDeleteनादिरशाह की सरकार
कभी कभी नादिरशाह को याद करना पड़ता है याद दिलाने के लिए सरकार का आभार
ReplyDeleteएक बार फिर शिव त्रिनेत्र को,प्रलय रूप खुल जाने दो
ReplyDeleteएक बार फिर महाकाल बन इन कुत्तों को तो मिटाने दो..
एक बार रघुपति राघव छोड़ , सावरकर को गाने दो...
एक बार फिर रामदेव को, दुर्वासा बन जाने दो...
"आशुतोष नाथ तिवारी"