कुछ दिन पहले एक गाना सुना था की इश्क और प्यार का मजा --------
और थोडा इन्तिज़ार का मज़ा -------
गाना पहली बार में तो कुछ समझ में हे नहीं आया
आज उस गाने का मतलब समझ आया
आज हम किसी का इन्तिज़ार कर रहे है
सुबह से हो गए शाम लेकिन वो नहीं आये
अब का करे कुछ समझ ही नहीं आ रहा है
तब सोचा की आज यही लिख दे -------
बाकी जो भी आप के सुझाव हो सर माथे
जय राम जी की
"machchharon ne noch dali deh poori raat bhar
ReplyDeletehamko unka 'wait' karne ka maza mil hi gaya"
asli maza to intzar me hi hai!
wah janab maza aa gaya .
ReplyDeleteजी हमारा भी... जय राम जी की...
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