Sunday, June 5, 2011

बिना खून के क्रांति नहीं होती

जब जब कोई क्रांति हुयी है तब तब खून बहा है बिना खून के क्रांति नहीं होती है यह देश गांधी  जैसे लोगो के साथ साथ सुभाष ,भगत ,और आजाद जैसे लोगो के बिना यह देश आजाद नहीं हो सकता था अब देश को अन्ना के साथ साथ और राम देव के साथ कुछ सुभाष ,भगत ,और आजाद जैसे लोगोकी जरुरत है हाथ के बदले हाथ और जान के बदले जान तभी हो सकता है इस देश की जनता का सम्मान नहीं तो यह सरकार नादिरशाह की सरकार है .....
जय बाबा बनारस....


4 comments:

  1. आपकी पोस्ट पर एक गीत याद आ गया

    हो जाओ तैयार साथियों हो जाओ तैयार..
    बंसी फैंको और उठा लो हाथों में तलवार..
    हाथों में तलवार.. साथियों हाथों में तलवार..
    हो जाओ तैयार साथियों

    तूफानी गति रुके नहीं...
    शीश कटे पर झुके नहीं...
    मांग रहा बलिदान वतन
    बंसी फैंको और उठा लो हाथों में तलवार..

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  2. वाह क्या नाम दिया है
    नादिरशाह की सरकार

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  3. कभी कभी नादिरशाह को याद करना पड़ता है याद दिलाने के लिए सरकार का आभार

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  4. एक बार फिर शिव त्रिनेत्र को,प्रलय रूप खुल जाने दो
    एक बार फिर महाकाल बन इन कुत्तों को तो मिटाने दो..
    एक बार रघुपति राघव छोड़ , सावरकर को गाने दो...
    एक बार फिर रामदेव को, दुर्वासा बन जाने दो...

    "आशुतोष नाथ तिवारी"

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